Faridabad 19 Aug 2013: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आश्रय भारत द्वारा बी.एन.पब्लिक स्कूल सेहतपुर शाखा में बालिका सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा मीडिया प्रभारी अध्यक्ष उमेश भाटी उपस्थित थे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उमेश भाटी ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण है और इस दिन हम सभी को इस बात का प्रण करना चाहिए कि हम देश, प्रदेश व समाज के उत्थान के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने स्कूली बच्चो से आव्हान किया कि वह अच्छी शिक्षा ग्रहण कर देश व प्रदेश में एक अच्छा मुकाम बनाये। श्री भाटी ने कहा कि आज कन्याओ की संख्या कम होती जा रही है यह एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी लोग लडक़े की चाह में भू्रण हत्या जैसी घिनौने कार्य कर रहे है जो कि कानूनन अपराध है इसीलिए हम सभी को भू्रण हत्या करने वाले व करवाने वाले दोनों को सजा देनी चाहिए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानून लागू करना चाहिए।
इस मौके पर गढ़वाल सभा के अध्यक्ष राकेश घिल्डियाल ने कहा कि गढ़वाल सभा समय समय पर इस तरह के आयोजन करती रहती है और उनका सदैव यही प्रयास रहा है कि हमारा समाज आगे बडे और देश व प्रदेश की प्रगति में अपनी प्रतिभागिता दिखाये। अध्यक्ष राकेश ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलो के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया एवं अपनी अपनी कला का प्रदर्शन कर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मोके पर आश्रय भारत के संस्थापक महिपाल ङ्क्षसह नेगी ने कहा कि बालिकाओ के घटती संख्या के प्रति समाज को जागृत होना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था का मुख्य उददेश्य बालिकाओ के प्रति होने वाले भेदभाव चाहे वह शिक्षा का हो, आजादी का हो या उसके पालन पोषण उसको विभ्ज्ञिन्न माध्यमों द्वारा जैसे नाटको, प्रतियोगिताओ, रैलीयो व सेमीनार के माध्यम से समाप्त करना ।
इस मौके पर गढ़वाल सभा के अध्यक्ष राकेश घिल्डियाल ने कहा कि गढ़वाल सभा समय समय पर इस तरह के आयोजन करती रहती है और उनका सदैव यही प्रयास रहा है कि हमारा समाज आगे बडे और देश व प्रदेश की प्रगति में अपनी प्रतिभागिता दिखाये। अध्यक्ष राकेश ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलो के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया एवं अपनी अपनी कला का प्रदर्शन कर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मोके पर आश्रय भारत के संस्थापक महिपाल ङ्क्षसह नेगी ने कहा कि बालिकाओ के घटती संख्या के प्रति समाज को जागृत होना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था का मुख्य उददेश्य बालिकाओ के प्रति होने वाले भेदभाव चाहे वह शिक्षा का हो, आजादी का हो या उसके पालन पोषण उसको विभ्ज्ञिन्न माध्यमों द्वारा जैसे नाटको, प्रतियोगिताओ, रैलीयो व सेमीनार के माध्यम से समाप्त करना ।
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