आश्रय भारत के बारे में


आश्रय भारत फरीदाबाद स्थित एक अलाभकारी, पंजीकृत गैरसरकारी संस्था है, आश्रय भारत फरीदाबाद में पिछले 10 सालों से राज्य की सबसे गंभीर समस्या कन्या भूर्ण हत्या पर काम कर रही है, संस्था लोगो के बीच जाकर कन्या भूर्ण हत्या पर जागरूकता का काम करती है, तथा समाज में बालिकाओ के घटती हुई संख्या पर लोगो का ध्यान केन्द्रित करती, इस जघन्य आपराध के प्रति लोगो को क़ानूनी जानकारी देती है, और समाज में बालिका के प्रति नकारात्मक सोच को बदलना तथा बालिकाओ को पढ़ा-लिखाकर उनको सक्षम बनाने की लिए लोगो को प्रेरित करती है.

Thursday, April 8, 2010

लूट सको तो लूट लो भैया

लोट खशौट कि छुट है बहिया, लोट सको तो लूट
जनता भूखी प्यासी मरे चाहिए, पीके जहर के घूंट 
कम दामों में तुम जितना, हथिया सकते हो हथियालो 
मेरे देश कि जनता को लूट के तुम  कंगाल बनालो 
कम दामों में तुमको मिलेगी भारी छूट
लोट खशौट कि छुट है बहिया, लोट सको तो लूट !

कम पैदावार कि अपवाह हम देश में फैलायेंगे 
गोदामों में अनाज हम तुम्हारा पहुचेंगे 
देश कि भुक्कड़ जनता से मॉल तुम्हारा बेचेंगे 
मुनाफा जो बनेगा मिल बाँट के खायेंगे 
हमारा तुम्हारा रिस्ता रहेगा हमेशा अटूट 
लोट खशौट कि छुट है बहिया, लोट सको तो लूट!

सड्डा गला जो बच जाय वो गरीबों में बेचेंगे 
सड्डे गले आनाज से देश में कुपोषण फैलायेंगे 
वादा जनता से किया वो पूरा निभाएंगे 
इस देश से गरीबों का नामों निसा मिटायेंगे 
बटोर सको तो बटोर देश के सरे नोट 
लोट खशौट कि छुट है बहिया, लोट सको तो लूट!

महंगाई को रोना भैया हम जनता के रोयेंगे 
मगरमच्छ के आंसू हम भी अपने बहांगे 
महगाई को कम करेंगे, कह के आयेंगे 
अगले पांच सालों तक मिल मौज मनाएंगे 
तुम्हे चाहिए नोट भैया हमें तो चाहिए वोट
लोट खशौट कि छुट है बहिया, लोट सको तो लूट!


                                                                                           महिपाल सिंह नेगी